Bhagwat geeta se labh
भगवान श्री कृष्ण कहते है, कि यदि कोई भागवत गीता को निष्ठा तथा गंभीरता के साथ पढ़ाता है तो भगवान की कृपा से उसके सारे पूर्व दुष्कर्मों के फलों का उसपे कोई प्रभाव नही पड़ता ''
भगवान श्री कृष्ण कहते है कि सब धर्मों को त्याग कर एकमात्र मेरे शरण में आओ । मैं तुम्हें समस्त पापों से मुक्त कर दूँगा । '' तुम डरों मत '' इस प्रकार अपनी आये भक्तों का पूरा उत्तरदायित्व भगवान अपने ऊपर ले लेते हैं और उसके समस्त पापों को क्षमा कर देते हैं।
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